पदमा प्रखंड में होली के दौरान तीन युवकों की मौत, परिवारों में पसरा सन्नाटा
पदमा :- होली की खुशियों के बीच पदमा ओपी थाना क्षेत्र में दर्दनाक घटनाओं ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। तीन युवकों की असमय मौत से न सिर्फ उनके परिवारों में बल्कि पूरे गांव में मातम पसर गया।
पहली घटना: ग्राम पदमा बाजार के पास रहने वाले अंकित कुमार सिंह (उम्र 20-21 वर्ष), पिता बैजनाथ प्रसाद, रोज़ की तरह 14 मार्च की सुबह दौड़ने निकले थे। आर्मी की तैयारी कर रहे अंकित को दौड़ते समय अचानक सीने में तेज़ दर्द हुआ और वह मैदान में गिर पड़े। साथी युवकों ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए आरोग्यं हॉस्पिटल, हजारीबाग पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अंकित का पैतृक घर चतरा जिले में था, लेकिन वह अपने नाना दशरथ सिंह के घर रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसकी असमय मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
दूसरी घटना: 15 मार्च की दोपहर करीब 2 बजे पदमा सरैया गांव के बीच इटखोरी पक्की सड़क पर हुई। ग्राम गोटिया (थाना पदमा ओपी) के पिंटू सिंह (पिता स्व. बालेश्वर सिंह) और ग्राम धेबडौरी (थाना मयूरहंड, जिला चतरा) के मंटू रविदास (पिता दिलेश्वर रविदास) अपनी पल्सर मोटरसाइकिल से पदमा की ओर जा रहे थे। पदमा और सरैया के बीच टर्निंग पॉइंट पर उनकी तेज़ रफ्तार बाइक एक यूकेलिप्टस के पेड़ से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि मंटू रविदास की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिंटू सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर उन्हें रिम्स रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
तीनों युवकों की मौत से उनके परिवारों में कोहराम मच गया है। होली की खुशियां मातम में बदल गईं, गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है, और हर आंख नम है। परिवारजन अपने लालों को खोकर बदहवास हैं। त्योहार की उमंग, चीखों और आंसुओं के सैलाब में डूब गई।