रवि किशन को देखने व सुनने के लिए भारी संख्या में ग्रामीण व उपस्थित हुवे
बड़कागांव : बड़कागांव प्लस टू हाई स्कूल के मैदान में भारतीय जनता पार्टी की ओर से परिवर्तन सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह व संचालन दामोदर सिंह ने किया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रवि किशन को पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा ढोल नगाड़े के साथ भव्य स्वागत किया गया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन ने घुसपैठियों को घुसाकर राज्य को पूर्ण रूप से बर्बाद कर दिया है। हेमंत सोरेन सरकार भाजपा की वोट कम हो जिसके लिए लाखों घुसपैठियों को घुसा रही है। औरहिंदुओं की वोट कम करने की साजिश के तहत काम की जा रही है। हम हिंदू हैं हमारा कोई बिरादरी नहीं है। नवंबर में जब चुनाव होगा तो आप हिंदू बनकर के जाएगा और वोट दीजिएगा। सभी हिंदू संगठित रहे तभी हम राज्य में सरकार बना पाएंगे । मोदी जी की अपील है कि राज्य में परिवर्तन लाएं और भाजपा की सरकार बनाएं। उत्तर प्रदेश में मजाल है कि कोई जिहादी घुसपैठियों घुस जाए वहां बुलडोजर बाबा की सरकार है। झारखंड की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि यहां की बेटियां भी सुरक्षित नहीं है ,उत्तर प्रदेश में 12:00 बजे रात तक बेटियां स्कूटी से घर जाती हैं। अब न कहब ,न सहब, बदल के रहब। झारखंड से हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकना है। वहीं सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि हेमंत सरकार के द्वारा 5 लाख नौकरी बेरोजगारों को भत्ता महिलाओं को ₹2000 महीना आम लोगों को 72000 सालाना देने की बात कही गई थी। सभी वादे फेल हो गए। हेमंत सरकार कार्यकाल में रामनवमी, विश्वकर्मा पूजा व अन्य त्यौहार में सिर्फ पत्थर बाजी हो रही है विकास नहीं हो रहा है। झारखंड राज्य में परिवर्तन बहुत जरूरी है। मौके पर उपस्थित लोगों में मुख्य रूप सेभाजपा जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह पूर्व विधायक लोकनाथ महतो, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शिवलाल महतो, प्रमंडलीय प्रभारी राकेश प्रसाद, राजेश गुप्ता, मंडल अध्यक्ष आदित्य साहू सोनी, खेमलाल महतो, कर्मचारी साव, चतरा जिला किसान मोर्चा प्रभारी जुगनू सिंह, अनिल मिश्रा, सतेंद्र सिंह, पूनम साव, रामगढ़ जिला किसान मोर्चा प्रभारी राजू साव, रंजीत मेहता,योगेश दांगी, अरुण मालाकार, संतोष शर्मा, शिव शंकर उर्फ़ शिबू मेहता, मनीष पांडे, उदय मेहता, नंदकिशोर कुमार, नर्सिंग प्रसाद, कैलाश राणा, इंद्र भूषण, सत्यजीत विद्या अलंकार, किशोर राणा के अलावा अनुपस्थित थे।