मुकेश सिंह चौपारण
चौपारण में बढ़ते अवैध बालू व्यापार पर जीप सदस्य रविशंकर अकेला ने जताई नाराजगी
चौपारण (हजारीबाग): चौपारण प्रखंड में अवैध बालू व्यापार तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे पर्यावरण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो रहा है। शुक्रवार को जिला परिषद सदस्य (जीप) भाग दो, रविशंकर अकेला ने इस अवैध गतिविधि पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्रशासन को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई, तो वे उपायुक्त को इस मामले की जानकारी देकर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
अवैध व्यापार में सफेदपोश नेताओं की भूमिका
रविशंकर अकेला ने आरोप लगाया कि कुछ सफेदपोश नेता इस अवैध कारोबार में संलिप्त हैं और 'बालू से तेल निकालने' का खेल खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि जनता के हितों के खिलाफ भी है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस गोरखधंधे को तुरंत रोका जाए ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रहे और आम नागरिकों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव
जीप सदस्य रविशंकर अकेला ने कहा कि अवैध बालू खनन से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है। इससे नदियों का स्वरूप बदल रहा है, जिससे बाढ़ और जल स्तर में गिरावट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस अवैध खनन से स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, क्योंकि इससे सरकार को राजस्व की हानि होती है और क्षेत्र के वैध व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ता है।
प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग
रविशंकर अकेला ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया, तो वे उच्च अधिकारियों से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे। उन्होंने कहा कि अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लग सके और क्षेत्र में शांति बनी रहे।
उपायुक्त की सख्त चेतावनी
इस बीच, बढ़ते अवैध बालू खनन को लेकर हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय ने भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने टास्क फोर्स की पिछली बैठक में दिए गए निर्देशों की समीक्षा की और पाया कि पुलिस और प्रखंड प्रशासन ने उनके आदेशों को नजरअंदाज कर दिया है।
सभी चेक पोस्ट पर निगरानी बढ़ाने के आदेश
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले के सभी चेक पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जाए और अवैध बालू परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाएं और अवैध खनन में संलिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई करें।
लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की चेतावनी
बैठक के दौरान उपायुक्त ने उन क्षेत्रों की कड़ी आलोचना की जहां अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने दिया समर्थन
इस पूरे मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने जीप सदस्य रविशंकर अकेला का समर्थन किया और प्रशासन से मांग की कि अवैध बालू खनन पर तुरंत रोक लगाई जाए। ग्रामीणों का कहना है कि इस अवैध कारोबार से नदियों का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ रहा है, जिससे भविष्य में गंभीर जल संकट खड़ा हो सकता है।
निष्कर्ष
अवैध बालू खनन चौपारण क्षेत्र में एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिस पर प्रशासन की निष्क्रियता चिंता का विषय है। जीप सदस्य रविशंकर अकेला और उपायुक्त नैंसी सहाय के कड़े रुख से यह स्पष्ट होता है कि इस अवैध गतिविधि को रोकने के लिए जल्द ही सख्त कदम उठाए जाएंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पर कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करता है।